किशोर दा कितने महान गायक, अभिनेता और व्यक्ति थे जानिए उनके कुछ साथियों की ज़ुबानी !


भारतीय सिनेमा में अपनी आवाज़ के साथ-साथ अपनी चुलबुली अदाओं के लिए दर्शक किशोर कुमार को याद करते आये हैं और करते रहेंगे. उनके द्वारा गाये गये गीतों से पता चलता है कि उनका बॉलीवुड संगीत में कितना योगदान है. आज के दिन ही किशोर कुमार का जन्म हुआ था. इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी शख्सियतों के वक्तव्य बतायेंगे, जो किशोर दादा के व्यक्तित्व को दर्शाने के लिए काफ़ी हैं. ये वक्तव्य हमने कुछ पुराने वीडियो से लिए हैं. गौरतलब है कि किशोर दादा के कुछ दोस्त भी आज हमारे बीच नहीं हैं.

1. मशहूर गीतकार राजेश रौशन

सारा ज़माना गाने की शूटिंग के दौरान किशोर दादा ने कोरस के बीच बैठकर लगभग चार घंटे तक पूरी मग्नता से गाना गाया और दर्शकों को कहा कि मैं किशोर कुमार नहीं हूं.

2. संगीतकार और गायक आर डी बर्मन

महबूबा फ़िल्म के गाने की शूटिंग के लिए मैं उनके पास गया और कहा कि आपको पहले गाना रिकार्ड करना होगा, लेकिन दादा ने मना कर दिया. उन्होंने मुझसे कहा कि इस गाने को गाना बड़ा मुश्किल है. पहले लता दीदी से गाना रिकार्ड करवाओ. मैं उस गाने को सुनूंगा, उसका पोस्टमार्टम करूंगा, उसे खा जाऊंगा और फ़िर उसके बाद मैं उसे गाऊंगा.”

3. गायिका सुषमा श्रेष्ठ (पूर्णिमा)


फ़िल्म, “ गले लग जाके दौरान पंचम दा ने मुझे डबिंग के लिए बुलाया था, लेकिन किशोर दादा ने मेरी आवाज़ सुनने के बाद कहा कि पंचम इसी से गवा ले यार... और मुझे कहा कि जम कर गाना बेटा.” सुषमा कहती हैं कि ये कुदरत का एक संदेश है कि मैं आज भी जम कर गाने की कोशिश करती हूं.


4. संगीतकार सचिन देव बर्मन

किशोर जैसे गायक सदियों में पैदा होते हैं, इस नायाब हीरे को संभालना हमारी ज़िम्मेदारी बनती है.” यहां ये भी गौर करने लायक है कि सचिन देव बर्मन को किशोर दादा अपना गुरू, अपना दोस्त मानते थे.

5. गायिका आशा भौंसले

उनके साथ रिकार्डिंग का समय कैसे बीत जाता था कभी पता ही नहीं चलता था. वो सारा दिन हमें हंसाते रहते, अलग-अलग आवाज़ों में गाकर स्टूडियो में लोगों को चौंकाते रहते.”

6. अशोक कुमार

हमारे परिवार में वो सबसे छोटा और चुलबुला था. उसकी कमी परिवार को तो खलती ही है लेकिन भारतीय सिनेमा को जो क्षति हुई है उसकी भरपाई नहीं की जा सकती.” एक किस्सा सुनाते हुए वो कहते हैं किजब किशोर छोटा था तो बहुत ही शरारती हुआ करता था. हमारे पिता जी के सिर पर बाल नहीं हुआ करते थे, वो उनके कंधे पर बैठ कर तबला बजाया करता था.”

7. कल्याण दा और आंनद जी

एक अदद गायक के अलावा किशोर कुमार एक अच्छे मिमीकिरी आर्टिस्ट भी थे. कभी-कभी वो हमारे सामने ही हमारी नकल करने लगते. वो कहते थे कि एक्टिंग झूठी होती है जबकि संगीत सच्चा होता है.

8. मन्ना डे

पड़ोसनफ़िल्म में किशोर कुमार के साथ गाने गा चुके हैं. उनका कहना है कि, “वो मेरे गाने की अदा का निरक्षण करते थे, मैं बस प्रेक्टिस करता रहता, लेकिन वो बिना अभ्यास के भी धमाल मचा देते थे. संगीत उनकी रग़-रग़ में बसा हुआ था.”
 
इन सबके अलावा शाहरुख खान भी किशोर दादा के बहुत बड़े फैन हैं. “उनका कहना है कि वो किशोर दादा के साथ भारतीय सिनेमा की दुनिया में सांस लेना चाहते थे लेकिन ऐसा हो सका.


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